
खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी के आश्वासन के बाद धरना समाप्त, फिर से अनियमितता पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी

दोनों डीलर पहले हो चुके हैं सस्पेंड, सहमति में मिला आखरी मौका
कतरास : डीलरों द्वारा राशन वितरण में अनियमितता और मनमानी के खिलाफ नाराज़ ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों का सब्र आखिर टूट गया। जमुआटांड़ पंचायत के मुखिया के नेतृत्व में जमुआटॉड के ग्रामीणों ने मंगलवार को जमुआटांड़ पंचायत सचिवालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।
धरना स्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा होते गए। देखते ही देखते बाघमारा प्रखंड के करीब आधे दर्जन से ज्यादा मुखियाओं ने धरना का समर्थन कर धरना स्थल पहुंचे और राशन कालाबाजारी के खिलाफ खुलकर बोले। ग्रामीणों ने राशन वितरण में धांधली, लाभुकों को राशन नहीं मिलने और डीलरों द्वारा मनमाने व्यवहार को लेकर खुलकर नारेबाज़ी की। ग्रामीणों का कहना था कि शिकायतों के बावजूद विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है।
इधर प्रखंड खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी रघुवंश भारती मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। लंबी वार्ता के बाद समझौता हुआ, जिसके तहत डीलर ममता यादव और मुकेश गुप्ता को एक मौका देते हुए उनके दुकानों के संचालन पर स्थानीय निगरानी समिति बनाए जाने पर सहमति बनी। यह समिति राशन वितरण प्रक्रिया की निगरानी करेगी और अनियमितता पाए जाने पर त्वरित रिपोर्ट करेगी।
प्रखंड खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी ने आश्वासन दिया कि यदि भविष्य में भी अनियमितता पाई जाती है, तो कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद ग्रामीणों और मुखिया ने धरना समाप्त किया।
मुखिया निरंजन गोप ने कहा हमें खुशी है कि हमारी आवाज सुनी गई और अब निगरानी समिति के माध्यम से जवाबदेही तय होगी।
मौके पर मुखियाओं और उनके प्रतिनिधियों में जालिम रजक,विनोद महतो, विनोद कुमार रजक, रिंटू रजक, गणेश महतो, वार्ड सदस्यों में चंदन महतो, दीपाली देवी, नेपाल सिंह, छोटन रजक एवं सुशील, बबलू, नवीक, समीर, संतोष,नियाज, गोपाल, दिवाकर सहित ग्रामीण मौजूद रहे।